Acerola का आम नाम: वेस्ट इंडीज़ चेरी, एसेरोला को बारबाडोस चेरी, प्वेर्टो रिकन चेरी, एंटिलीज़ चेरी, सेरीज़ियर, सेरेसो, सेरेजा और सेमेरुको के रूप में भी जाना जाता है।
एसीरोला क्या है? What is Acerola?
एसीरोला ( एम.पनिसिफ़ोलिया) वेस्ट इंडीज मे मूल रूप से पाया जाता है। लेकिन यह मध्य अमेरिका, टेक्सास, उत्तरी दक्षिण अमेरिका और फ्लोरिडा में भी पाया जाता है। एसीरोला एक चमकीले लाल चेरी जैसा कई छोटे – छोटे बीज युक्त फल है। यह फल जब पक जाता है तो नरम और चखने मे सुखद होता हैं इसमें 80 प्रतिशत रस होता है। पेड़ से तोड़ने के बाद यह फल तेजी से खराब होने लगता है।
एसीरोला के लाभ Benefits of Acerola
Acerola (Malpighia emarginata) प्राकृतिक रूप में विटामिन सी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, इसमे प्रति 100 ग्राम फल में 1000 से 4500 मिलीग्राम के बराबर विटामिन सी होता है। विटामिन सी एक आवश्यक पोषक तत्व है, यह प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए अच्छा भूमिका निभाता है। यह त्वचा, हड्डी, और रक्त वाहिकाओं के एक लिए महत्वपूर्ण है।
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एसीरोला में विटामिन ए एक और महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाया जाता है, यह 100 ग्राम फल मे लगभग 3400 से 12,500 यूनिट मिलता है। विटामिन ए स्वास्थ्य के सामान्य विकास और लाल रक्त कोशिका के उत्पादन में भूमिका निभाता है और यह प्रतिरक्षा प्रणाली को सुरक्षित करता है।
इस फल में कम मात्रा में पाए जाने वाले अतिरिक्त सूक्ष्म पोषक तत्वों में लोहा, पोटेशियम, विटामिन बी, कैल्शियम, और मैग्नीशियम शामिल हैं।
एसीरोला पाउडर के रूप मे भी मिलता है। इसका खुराक के लिए कोई मानक नहीं है क्योंकि खुराक उम्र, वजन और वर्तमान स्वास्थ्य पर निर्भर है। आम तौर पर इसका खुराक एक चम्मच या 3.6 ग्राम पाउडर को 8-औंस पानी के साथ मिला कर सप्ताह में तीन से पांच बार लिया जाता है।
क्लिनिकल सबूत बताते हैं कि एसीरोला के नियमित आहार से उच्च एंटीऑक्सीडेंट गुण, जो इसके विटामिन ए और सी से आता है, एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में काम कर सकता है, ऐसा कई प्रकाशित अनुसंधान अध्ययनों से इसका सबूत है।
एसीरोला के दुष्प्रभाव Side Effects of Acerola
एसीरोला का ज्यादा खुराक GI distress पैदा हो सकता है लंबे समय तक, ज्यादा खुराक गुर्दे की renal कैलकुली मे problem कर सकता है।